Monday, November 12, 2018

प्रधानमंत्री ने केदारनाथ मंदिर में पूजा की; साथ ही पुनर्निर्माण परियोजनाओं की प्रगति का जायजा भी लिया

दीवाली के इस अवसर पर, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज केदारनाथ की यात्रा की। उन्होंने ऐतिहासिक केदारनाथ मंदिर में पूजा-अर्चना की। उन्होंने पूरे मंदिर परिसर को भी देखा तथा जारी पुनर्निर्माण परियोजनाओं की प्रगति का जायजा भी लिया। वरिष्ठ अधिकारियों ने जारी निर्माण कार्यों के बारे में प्रधानमंत्री को विस्तार से बताया। उन्होंने मंदिर परिसर में उपस्थित लोगों से बात-चीत भी की।


2013 में आए बाढ़ और भूस्खलन से हुई तबाही के बाद केदारनाथ मंदिर परिसर में विकास और पुनर्निर्माण का कार्य जारी है।

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने आज उत्तराखंड के हर्शिल में भारतीय सेना और आईटीबीपी के जवानों के साथ दीवाली मनाई।
इस अवसर पर जवानों को शुभकामना देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि सुदूर बर्फीली चोटियों पर आप सब देश की सुरक्षा में लगे हैं, ये आपका कर्तव्य  देश के 125 करोड़ भारतीयों के भविष्य और सपने को सुरक्षित करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि दीवाली रौशनी का त्यौहार है; यह अच्छाई की रौशनी फैलाता है और डर को दूर भगाता है।उन्होंने कहा कि आप सब जवान, अपनी प्रतिबद्धता और अनुशासन के माध्यम से, आम लोगों के मन में सुरक्षा और निडरता की भावना  दे रहे हैं।   
प्रधानमंत्री ने याद दिलाते हुए कहा कि वे जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तब से दीवाली जवानों के साथ मनाते आ रहे हैं। उन्होंने आईटीबीपी के जवानों के साथ अपनी बातचीत के संस्मरण को भी साझा किया जब वे कई वर्ष पहले कैलाश मानसरोवर यात्रा की यात्रा पर गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत तेजी से रक्षा क्षेत्र में आगे बढ़ रहा है। उन्होंने पूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए उठाए जा रहे विभिन्न उपायों जैसे ओआरओपी (वन रैंक, वन पेंशन) सहित कई मुद्दों पर अपनी बात रखी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना को संयुक्त राष्ट्र शांति कार्य संचालन में पूरी दुनिया में प्रशंसा और सराहना मिली है।
प्रधानमंत्री ने जवानों को मिठाई भी खिलाया। उन्होंने आस-पास के इलाकों के लोगों से भी बातचीत की जो दीवाली के इस मौके पर उन्हें बधाई देने के लिए इकट्ठा हुए थे।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने देशवासियों को दीपावली के पावन अवसर पर शुभकामनाएं दी हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, दीपावली की सभी देशवासियों को हार्दिक बधाई। मेरी कामना है कि प्रकाश का यह पावन पर्व सबके जीवन में सुख, शांति एवं समृद्धि लेकर आए।

भारत निर्वाचन आयोग चुनाव संबंधी व्‍यापक विचार-विमर्श के लिए उप-निर्वाचन आयुक्‍त श्री सुदीप जैन की अगुवाई में एक उच्‍चस्‍तरीय टीम मिजोरम भेजेगा

भारत निर्वाचन आयोग ने मिजोरम में होने वाले आगामी विधानसभा चुनाव से संबंधित विभिन्‍न मसलों पर विचार-विमर्श करने के लिए अधिकारियों की एक टीम गठित की थी। भारत निर्वाचन आयोग की टीम ने 6 नवम्‍बर, 2018 को आइजोल में एनजीओ समन्‍वय समिति के नेताओं एवं प्रतिनिधियों के साथ व्‍यापक विचार-विमर्श किया था। इस समिति में केन्‍द्रीय वाईएमए, मिजोरम वरिष्‍ठ नागरिक संघ, मिजोरम महिला संघ, मिजो विद्यार्थी संघ एवं मिजो विद्यार्थी संगठन के प्रतिनिधि शामिल थे। इस बैठक में मिजोरम चर्च लीडर्स कमेटी के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। ये बैठकें सौहार्दपूर्ण माहौल में हुईं। इस दौरान विभिन्‍न मुद्दों पर विस्‍तार से चर्चाएं की गईं। इसके बाद एनजीओ समन्‍वय समिति के एक संयुक्‍त प्रस्‍ताव पर श्री वानलालरूआता, श्री एल. रामदिनलियाना रेनथलई, श्री वानलाललियाना खेंगते, श्री आर.के. थांगा, सुश्री सैपुई और श्री ललहमाछुआना ने हस्‍ताक्षर किए। बाद में इस हस्‍ताक्षरित प्रस्‍ताव को 7 नवम्‍बर, 2018 को भारत निर्वाचन आयोग (ईसीआई) के समक्ष प्रस्‍तुत किया गया।
    निर्वाचन आयोग ने मिजोरम में सदैव शांतिपूर्ण चुनाव होने की गौरवशाली परम्‍परा को ध्‍यान में रखते हुए वहां की जनता की भूरि-भूरि प्रशंसा की। इस विषय की अनिवार्यता को ध्‍यान में रखते हुए निर्वाचन आयोग ने आज (7 नवंबर, 2018) एक बैठक आयोजित की थी। इस पारस्‍परिक समझ को और ज्‍यादा विकसित करने के उद्देश्‍य से यह बैठक आयोजित की गई। निर्वाचन आयोग ने इस प्रस्‍ताव पर व्‍यापक विचार-विमर्श किया। इसके बाद निर्वाचन आयोग ने अखिल एनजीओ समन्‍वय समिति द्वारा पारित किए गए प्रस्‍ताव की व्‍यापक रूपरेखा को स्‍वीकार करते हुए उप-निर्वाचन आयुक्‍त श्री सुदीप जैन की अगुवाई में निर्वाचन आयोग की एक उच्‍चस्‍तरीय टीम को मिजोरम भेजने का फैसला किया। मिजोरम के प्रभारी श्री सुदीप जैन की अगुवाई में निर्वाचन आयोग की टीम द्वारा 09 नवम्‍बर, 2018 को आइजोल में अखिल एनजीओ, मिजोरम के प्रतिनिधियों के साथ उनके प्रस्‍ताव पर आगे विचार-विमर्श करने की जिम्‍मेदारी सौंपी गई। इस टीम के अन्‍य सदस्‍यों में झारखंड के मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी श्री लालबियाकथांगा खेंगते, मिजोरम की अपर मुख्‍य निर्वाचन अधिकारी सुश्री लाजरमावी और ईसीआई के सचिव श्री एस.बी. जोशी शामिल थे।  

     निर्वाचन आयोग ने कल कोलासिब में हुई हिंसक घटना पर गंभीर चिता जताई है। आयोग ने यह उम्‍मीद जताई है कि मिजोरम में शांतिप्रिय समाज की परम्‍परा एवं लोकाचार को ध्‍यान में रखते हुए सभी हितधारक आपस में मिलजुलकर काम करेंगे, ताकि समूची चुनावी प्रक्रिया के दौरान भविष्‍य में इस तरह की कोई भी घटना घटित न हो और पहले की ही भांति वहां अधिकतम भागीदारी के साथ शांतिपूर्ण तरीके से चुनाव संपन्‍न हों। 







Wednesday, October 31, 2018

वाणिज्‍य मंत्रालय भारतीय निर्यात को और ज्‍यादा प्रतिस्‍पर्धी बनाने की रणनीति तैयार कर रहा है : श्री सुरेश प्रभु

वित्‍त वर्ष 2017-18 में भारतीय निर्यात में 9.8 प्रतिशत का इजाफा हुआ, जो पिछले छह वर्षों की सर्वाधिक वृद्धि दर है। भारत से होने वाले निर्यात में धनात्‍मक वृद्धि ऐसे समय में दर्ज की गई है, जब विश्‍व स्‍तर पर इस दृष्टि से प्रतिकूल माहौल देखा जा रहा है। यह बात केन्‍द्रीय वाणिज्‍य एवं उद्योग और नागरिक उड्डयन मंत्री श्री सुरेश प्रभु ने आज नई दिल्‍ली में आयोजित ‘निर्यात शिखर सम्‍मेलन 2018’ में कही, जिसका आयोजन भारतीय उद्योग परिसंघ ने किया। श्री प्रभु ने कहा कि वाणिज्‍य मंत्रालय भारत से होने वाले निर्यात में नई जान फूंकने के लिए एक विशिष्‍ट रणनीति पर काम कर रहा है। वाणिज्‍य मंत्रालय इसके तहत क्षेत्रवार, जिंस एंव क्षेत्र विशिष्‍ट निर्यात रणनीति तैयार करने के लिए निर्यात से जुड़े महत्‍वपूर्ण मंत्रालयों के साथ मिलकर काम कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि संबंधित मंत्रालयों के साथ बैठकें पहले ही हो चुकी हैं। इस दौरान विभिन्‍न मंत्रालयों और हितधारकों के साथ सलाह-मशविरा किया गया। इसके बाद सेक्‍टर-वार, जिंस-वार और क्षेत्र-वार विशिष्‍ट कदमों की रूपरेखा तैयार की गई है।
      श्री सुरेश प्रभु ने कहा कि वह व्‍यक्तिगत तौर पर इस पर अपनी नजरें जमाए हुए हैं और विभिन्‍न क्षेत्रों (सेक्‍टर) से जुड़े मंत्रालयों, निर्यात संवर्धन परिषदों और निर्यातकों के साथ नियमित तौर पर बैठकें हो रही हैं। उन्‍होंने कहा कि निर्यात की वृद्धि दर को प्रभावित करने वाले कुछ विशेष मुद्दों को राजस्‍व विभाग और पर्यावरण मंत्रालय के समक्ष उठाया गया है।
     वाणिज्‍य मंत्री ने कहा कि जल्‍द ही पेश की जाने वाली कृषि निर्यात नीति से कृषि क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा और इसके साथ ही किसानों की आय दोगुनी करने का मार्ग प्रशस्‍त होगा।
    भारत 600 एमटी कृषि उपज का उत्‍पादन करता है और वह पूरी दुनिया को अपना अधिशेष उत्‍पादन का निर्यात करने में सक्षम है।

    विदेश व्‍यापार महानिदेशक (डीजीएफटी) श्री आलोक वर्धन चतुर्वेदी ने निर्यातकों के लिए विभिन्‍न प्रकियाओं को सरल बनाने के उद्देश्‍य से वाणिज्‍य मंत्रालय द्वारा हाल ही में उठाए गए विभिन्‍न कदमों का उल्‍लेख किया। उन्‍होंने कहा कि अब ज्‍यादातर प्रक्रियाएं ऑनलाइन हो गई हैं और संबंधित दस्‍तावेजों की हार्ड कॉपी पेश करने की जरूरत नहीं पड़ती है। श्री चतुर्वेदी ने कहा कि डीजीएफटी निर्यात संबंधी ऑनलाइन पाठ्यक्रम शुरू करने पर भी विचार कर रहा है, ताकि पहली बार निर्यात क्षेत्र में उतर रहे लोगों को समुचित जानकारियां देने के साथ-साथ उन्‍हें प्रशिक्षित किया जा सके और इसके साथ ही उन्‍हें पर्याप्‍त सहूलियतें भी दी जा सकें। इसके अलावा, डीजीएफटी के सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) नेटवर्क में व्‍यापक फेरबदल करने की प्रक्रिया भी जारी है, ताकि संबंधित दस्‍तावेजों को ऑनलाइन प्रस्‍तुत करने में समय की बर्बादी न हो।